डॉ. अभिषेक मजूमदार
भौगोलिक तौर पर त्रिपुरा भारत के अन्य राज्यों से पृथक है। प्रारंभ में मूलभूत सुविधाओं के अभाव में त्रिपुरा के छात्रों के लिए यह कठिन था कि वे राज्य के अधीन रहकर अभियांत्रिकी के क्षेत्र में उच्च शिक्षा (एम.ई./एम.टेक.) ग्रहण कर सकें। केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के आर्थिक सहयोग से त्रिपुरा विश्वविद्यालय में स्नोतकोत्तर अभियांत्रिकी विभाग को स्थापित करने का चिरकालिक स्वप्न पूर्ण हुआ। तदनुसार संगणक विज्ञान एवं अभियांत्रिकी में एम. टेक. पाठ्यक्रम की शुरुआत हुई। एआईसीटीई के अनुमोदन से विज्ञान संकाय के अधीन विश्वविद्यालय में विभाग की स्थापना दिनांक 19 अगस्त, 2005 को हुई।
2005
कुल विजिटर्स की संख्या : 4512066
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अंतिम अद्यतनीकरण : 04/10/2023 02:02:38
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